छत्तीसगढ़ के समृद्ध गढ़: विशेष संदर्भ मल्हार का पुरातत्व एवं कला
DOI:
https://doi.org/10.7492/tx8ssw32Abstract
प्राचीन भारतीय मंदिरों के स्थापत्य एवं विभिन्न कलाओं के पुरातत्व तत्कालीन शासकों की समृद्ध अवस्था की जानकारी तो देते ही हैं, साथ ही जीवन के अनेक क्षेत्रों में मानव उन्नति, बौद्धिकता, दर्शन, कल्पनाशीलता के स्तर तथा जनजीवन के मानकों के भी परिचायक हैं। विशेष रूप से मंदिर धार्मिक उन्नति और धर्म को अनंतकाल तक चिरस्थायी रखने का प्रयास प्रतीत होते हैं। इसके अतिरिक्त के सामाजिक दायित्वों की पूर्ति के साधन तथा राजनीतिक महत्व के केन्द्र भी रहे। वस्तुतः एक इतिहासकार के लिये ये समस्त पुरातत्व राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक, धार्मिक, दार्शनिक एवं कलात्मक सभी प्रकार की जानकारियों के महत्वपूर्ण स्त्रोत हैं।
Published
2011-2025
Issue
Section
Articles